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What Is Malware In Hindi| 13 Types Of Malware Attack Hindi me|

Malware एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है.जिसको Malicious software भी कहा जाता है. जब कभी भी हम कंप्यूटर या फोन पर इन्टरनेट का ज्यादा यूज करते है, किसी external device को अपने सिस्टम से connect करते है या फिर किसी ऐसी link पर क्लिक करते है जो infected हो तो, कुछ समय बाद हमारा कंप्यूटर सिस्टम या फोन की speed slow हो जाती है.

ऐसा malware के कारण होता है. ये सिस्टम को infected कर देते है और डाटा को delete भी कर देते है.

Malware क्या होते है (Malware In Hindi) और कितने प्रकार के होते है. आइये detail में समझते है.

Table of Contents :-

मैलवेयर क्या है| What Is Malware In Hindi|

Malware एक प्रोग्राम (a set of instruction) होता है. जिसका उपयोग कंप्यूटर को Damage या crypt करने के लिए किया गया. जब malware एक बार कंप्यूटर में enter कर जाता है तो ये सबसे पहले computer speed slow करता है और फिर कंप्यूटर में उपस्थित फाइल को crypt कर देता है. malware का कंप्यूटर में enter होने के बाद सबसे पहला लक्षण computer speed का स्लो होना होता है. और इसके बाद ये फाइल, एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर पर attack करता है.

मैलवेयर आपके कंप्यूटर सिस्टम में उपस्थित संवेदनशील जानकारी जैसे आपका पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल, डेबिट कार्ड डिटेल, बैंक अकाउंट नंबर आदि को चुरा सकता है. इसके साथ-साथ ये आपके बिना बताये कोई भी फर्जी ईमेल आपके Gmail Account से send कर सकता है.

मैलवेयर की परिभाषा Malware Meaning In Hindi|

Malware एक malicious software का short name होता है ये एक दूषित software होता है जिसका उपयोग यूजर के कंप्यूटर को नुकसान पहुचाने, उसके डाटा को चोरी करने के लिए किया जाता है.

मैलवेयर कितने प्रकार के होते है Types Of Malware In Hindi|

मैलवेयर (malicious software) को खासतौर पर किसी कंप्यूटर या कंप्यूटर सिस्टम में install software को damage करने के लिए बनाया गया था malware मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रकार के होते है

What Is Malware In Hindi

1. Adware

Adware एक ऐसा malicious software होता है जो automatically ही add को सर्व करता है. एडवेयर को advertising-supported software के नाम से भी जाना जाता है. एडवेयर के कुछ कॉमन example जैसे किसी वेबसाइट पर pop-up add का show होना, या कुछ ऐसी advertise जो किसी ऐसे software की add दिखाती है जिसमे free में सॉफ्टवेयर को install करने के लिए कहा जाता है.

इन एडवेयर में कुछ तो sponsored add होते है जिनका उपयोग revenue generate करने के लिए किया जाता है. लेकिन कुछ ऐसी add भी होती है जिस पर यदि आप गलती से क्लिक कर देते है तो वो आपके कंप्यूटर सिस्टम में enter कर आपकी पर्सनल इनफार्मेशन को चुरा लेते है और आपकी activity पर भी नजर रखते है.

2. Spyware

Spyware के नाम से ही मालूम चलता है है कि ये एक जासूस (spy) की तरह काम करता है. spyware बिना यूजर को बताये हुए कंप्यूटर सिस्टम में अपने आप install हो जाते है और keystrokes collection, account information, logins और financial डाटा आदि पर निगाह रखते है.

spyware में कुछ additional capabilities जैसे- किसी browser या सॉफ्टवेर की security setting को modify करना, network connection में interfere करना आदि होती है जो spyware को दुसरे malware से अलग बनता है

spyware software की कमजोरियों का फायदा उठाकर अपना काम निकालता है.

3. Bot

Bot एक software program होता है जिसका उपयोग किसी specific operation को करने के लिए किया जाता है. लेकिन हैकर ऐसे ही कुछ bots का उपयोग गलत काम को करने के लिए करते है.

DDoS attack के लिए Botnets में Bot का उपयोग किया जाता है. यहाँ आपको ये भी पता होना चाहिए कि Botnets क्या होता है. botnet कई प्राइवेट कंप्यूटर का एक नेटवर्क होता है. और इस नेटवर्क में जितने भी कंप्यूटर होते है वो सारे zombie से संकर्मित हुए रहते है. botnet में प्रत्येक कंप्यूटर को bot कहा जाता है. Botnet दो शब्दों Bot+net से मिलकर बना होता है. bot का मतलब होता है रोबोट और net का मतलब होता है नेटवर्क.

4. Bug

किसी कंप्यूटर प्रोग्राम, सॉफ्टवेर, आदि में कोडिंग error के कारण आने वाली खराबी (undesired outcome) को बग कहते है. यह एक human error होती है जोकि प्रोग्राम के source code या compilers में मौजूद होती है.

जो miner bug होते है वो सिर्फ प्रोग्राम पर ही effect करते है लेकिन जो security बग होते है, हैकर इन्ही security bug का फायेदा उठाकर hacking को अंजाम देते है. क्योकि हैकर इन security bug से आसानी से security को by-pass कर लेते है.

5. Ransomware

Ransomware एक तरह का advance malware होता है जो social engineering, download की हुई files आदि के माध्यम से फेलता है. एक बार यदि ransomware कंप्यूटर सिस्टम में enter कर जाता है जो ये सिस्टम में मौजूद files को encrypt कर देता है, सिस्टम को लॉक कर देता है और कंप्यूटर screen पर एक message show करता है जिसका purpose पैसे की डिमांड करना या अपना कोई काम निकलवाना होता है.

Ransomware attack का उपयोग हैकर ज्यादातर तभी करते है जब उन्हें पैसे की जरुरत होती है.

6. Rootkit

Rootkit एक ऐसा malicious software होता है जिसका उपयोग यूजर के कंप्यूटर तक पहुच बनाने के लिए जाता है. Rootkit malicious software उस रस्ते को खोजता है जिससे यूजर के सिस्टम पर attack किया जा सके. इसके लिए वो सबसे पहले यूजर के सिस्टम में उपस्थित application, software, antivirus software के week point की जाच करता है.

एक बार जब Rootkit यूजर के कंप्यूटर सिस्टम में install हो जाते है तो ये कंप्यूटर पर अपना पूरा control कर लेता है. जिससे अब ये किसी भी फाइल को delete कर सकता है, सॉफ्टवेयर के security सिस्टम को by-pass कर सकता है, सॉफ्टवेयर पर पूरा control कर सकता है, किसी भी सॉफ्टवेयर को install या uninstall कर सकता है. system configuration को modify कर सकता है. और malware install कर सकता है.

आमतौर पर Rootkit एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसका पता लगाना, कि ये कंप्यूटर सिस्टम में install है या नही, बहुत ही difficult होता है.

7. Trojan Horse

Trojan Horse को Trojan के नाम से भी जाना जाता है. Trojan Horse spreadsheet या गेम की तरह कोड होता है जो किसी प्रोग्राम में छिपा होता है और यूजर के कंप्यूटर में install होने के लिए यूजर से अपना true intent छुपाता है, उसे misleads करता है. और अपने आप को एक normal files या program के रूप में देखते है.

यदि ट्रोजन सिस्टम में install हो जाता है तो, ये एक malicious party (Botnet) को सिस्टम का remote access दे सकता है.

एक बार जब attacker इस infected computer को access कर लेता है तो वह आसानी से आपके डाटा (logins, financial money, electronic money) को चोरी कर सकता है.

8. virus

Virus malware का एक ऐसा रूप है जो खुद की कॉपी करने और पुरे कंप्यूटर में फैलने में सक्षम होता है.

virus एक software program होता है जो यदि एक बार कंप्यूटर में enter कर जाते है तो ये सबसे पहले तो कंप्यूटर RAM Memory पर attack करते है और कंप्यूटर की speed को slow कर देते है. और फिर कंप्यूटर कि हार्ड डिस्क के बूट सेक्टर में जाकर हार्ड-डिस्क को नुकसान पहुचाता है.

और अब यदि हार्ड-डिस्क बेकार हो जाती है तो lost हुए डाटा को recover करना बहुत मुस्किल हो जाता है.

वायरस निम्न प्रकार के होते है-

8.1 Boot sector virus

8.2 Direct action virus

8.3 Multipartite virus

8.4 Overwrite virus

8.5 Macro virus

8.6 Polymorphic virus

8.7 System or Boot record infected virus

9. worm

computer worm एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जो स्वयं की copy बनाकर कंप्यूटर सिस्टम में फैलते है. worm एक स्वतंत्र malware होते है. इस कारण इन्हें कंप्यूटर सिस्टम में फैलने के लिए किसी की आवश्यकता नही पड़ती है. और नेटवर्क में अपने कॉपी दुसरे कंप्यूटर के साथ share करते रहते है.

worm नेटवर्क में ईमेल, web page और चैट message, पेन-ड्राइव आदि को बार-बार सिस्टम में लगाना, द्वारा आसानी से कंप्यूटर सिस्टम में फैल जाते है. और कंप्यूटर में उपस्थित फाइल को delete कर देते है.

Basically, worm कंप्यूटर की RAM Memory पर सबसे पहले attack करते है जिस कारण कंप्यूटर स्पीड slow हो जाती है और कंप्यूटर हैंग करने लगते है.

इन्हें भी पढ़े-

computer worm को एक प्रकार से कंप्यूटर virus के रूप में classified किया जा सकता है. लेकिन कुछ ऐसे characteristics होते है जो इसे कंप्यूटर virus से अलग करते है. कंप्यूटर वायरस और कंप्यूटर worm में एक major different ये होता है कि worm में अपने आप में इतने ability होती है कि ये self-copy कर लेते है. जबकि computer virus self-copy नही कर पते है इसके लिए कंप्यूटर virus को human activity (जैसे- किसी प्रोग्राम को run कराना, किसी फाइल को open करना आदि) की आवश्यकता पड़ती है.

10. key logger

Key logger एक प्रकार का Trojan malware software होता है. जो mouse और key board की activity को रिकॉर्ड करता है. और इस रिकॉर्ड किये हुए डाटा को इन्टरनेट के माध्यम से attacker को भेजता रहता है.

11. Scareware

Scareware एक ऐसा malicious software होते है और आपकी कंप्यूटर screen पर एक pop-up message show करते है और आपको गलत जानकारी देता है. ये pop-up message आपको warning देता है कि आपका कंप्यूटर किसी virus से infected है. ये warning message ये भी show करता है कि कौन-सा software आपको install करना है जिससे आप अपने सिस्टम को protect कर सकते है. और यदि आप अपने कंप्यूटर सिस्टम को protect करना चाहते है तो दिखाए हुए software को तुरंत install करे.

यदि आप इस pop-up message पर गलती से भी click कर देते है तो एक malicious सॉफ्टवेयर automatic ही install होने लग जाता है. जो आपके कंप्यूटर की activity पर नजर रखता है. और आपके डाटा को चोरी करता है.

12. Web bug or Web beacon

Web beacon को ज्यादातर web page tracking और web analytic के रूप में third-party द्वारा उपयोग किया जाता है. web beacon 1×1 pixel की transparent image होती है. जिसको web page या ईमेल में जानबुझकर रखा जाता है. अपने छोटे आकार के कारण ये रीडर द्वारा undetectable नही होता है.

web beacon के उपयोग से कोई company या organization अपने यूजर की online activity पर नजर रखता है. कूकीज को आप एक तरह से web beacon के रूप में मान सकते है. क्योकि कूकीज का उपयोग भी यूजर की activity पर नजर रखने के लिए किया जाता है.

web beacon को web page या email पर load होने के लिए कंप्यूटर external server से request करता है. और जिसने (company या organization) भी ये image लगाई होती है उसे ये पता होता है कि आपने web page visit किया है या फिर ईमेल open किया है.

external server इस request की date और time दोनों को अपने पास रिकॉर्ड में रखता है.

13. Backdoors

Backdoor ऐसे malicious software होते है जिनका उपयोग bypassing के लिए किया जाता है. Backdoor malicious software के द्वारा unauthorized यूजर किसी नेटवर्क या कंप्यूटर सिस्टम में authorized access प्राप्त कर लेते है. क्योकि Backdoor authentication process को bypass कर देते है.

एक बार जब attacker को access मिल जाता है तो वह और कई malicious software को सिस्टम में install कर लेते है और यूजर के डाटा को चोरी कर लेते है.

Backdoor ऐसे software होते है जिनका उपयोग अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के काम में किया जाता है. इन्हें software और hardware developers के द्वारा pre-install किया जाता है. Backdoor को Trapdoor के नाम से भी जाना जाता है.

कुछ Backdoor software को कंप्यूटर manufacturer भी pre-install कर देते है. जिनका उपयोग technical support के लिए किया जाता है.

Backdoor को Trojan Horse, worms आदि द्वारा भी install किया जाता है.

हम अपने कंप्यूटर को मैलवेयर अटैक (Malware Attack) से कैसे बचाए How Can I Protect Computer From Malware In Hindi

अपने कंप्यूटर सिस्टम को malware attack से कैसे बचा सकते है आइये जानते है.

  1. हमेशा anti-virus का उपयोग करे
  2. anti-virus को हमेशा update रखे.
  3. किसी भी external डिवाइस को अपने सिस्टम में use न करे.
  4. इन्टरनेट से कोई भी song, video, image, movie, software आदि download करने से पहले ये conform कर ले कि वह वेबसाइट विश्वसनीय है या नही.
  5. अपने कंप्यूटर सिस्टम में फ़ायरवॉल का इस्तमाल करे. फ़ायरवॉल हमेशा कंप्यूटर और इन्टरनेट के बीच में एक security का काम करता है. यदि कोई attacker फ़ायरवॉल के thru आपके सिस्टम पर attack करना चाहता है तो attack कभी भी success नही हो पायेगा क्योकि फ़ायरवॉल हमेशा ऐसी activity को ब्लाक कर देता है.
  6. अपने कंप्यूटर सिस्टम पर security पासवर्ड का use करे. और पासवर्ड में हमेशा symbol, alphanumerical, number आदि का इस्तमाल करे.
  7. स्पैम ईमेल को हमेशा avoid करे.
  8. गलती से भी किसी भी link पर क्लिक न करे.
  9. कुछ ऐसी वेबसाइट होती है जो जो जीमेल login मांगती है. जीमेल login करते समय original ईमेल id का उपयोग न करके duplicate gmail id या temporary gmail id का उपयोग करे.
  10. Pop-up message पर कभी भी क्लिक न करे.
मैलवेयर कैसे फैलता है Malware Infection

मैलवेयर हमारी ही कुछ ऐसी error होती है जिस कारण फैलता है. मैलवेयर कंप्यूटर पर कौन-कौन सी गलती के कारण फैलता है आइये जानते है-

  1. इन्टरनेट पर कुछ ऐसी वेबसाइट होती है जो free में software download करने का option देती है. free में software download कराने के पीछे इन वेबसाइट का अपना मकसद होता है. जैसे ही आप free software download करते है तो इस software के साथ-साथ malware भी कंप्यूटर सिस्टम में आ जाते है.
  2. malware से संक्रमित वेबसाइट पर विजिट करने से भी कंप्यूटर में malware आ जाते है.
  3. यदि आप किसी external storage devise को अपने कंप्यूटर में लगाते है जोकि पहले से ही infected है. तो, इसे सिस्टम में लगाते ही सिस्टम infected हो जाता है.
  4. स्पैम ईमेल पर क्लिक करने से भी malware सिस्टम में enter कर जाता है.
  5. कभी भी torrents के माध्यम से कोई फाइल share न करे. क्योकि torrent से virus और Trojan malware बहुत तेजी से फैलता है.
हम अपने कंप्यूटर सिस्टम से मैलवेयर कैसे हटा सकते है.

यदि आपके सिस्टम या फोन में malware आ जाता है तो सबसे पहले अपने कंप्यूटर सिस्टम का इन्टरनेट कनेक्शन तुरंत off कर देना चाहिए. इसके बाद सिस्टम को फोर्मेट कर देना चाहिए.

यदि सिस्टम फोर्मेट होने बाद भी सही से काम नही कर रहा है तो फिर operating सिस्टम को दोबारा install करना चाहिए

Malwarebyte क्या है What Malware byte In Hindi

Malwarebyte एक antivirus software होता है. जिसका उपयोग malware को सिस्टम से remove करने के लिए किया जाता है. यदि कंप्यूटर सिस्टम पूरी तरह से malware से infected हो जाता है तो भी malwarebyte का use करके सिस्टम को protect किया जा सकता है.

malwarebyte कंप्यूटर में उपस्थित malware, ransomware, malicious website और दूसरी advance online thread आदि से सिस्टम को 95% तक protect करता है. 
मैलवेयर पर अक्सर पूछे जाने वाले जरुरी सवाल और जबाब
क्या मैलवेयर एक वायरस है?

मैलवेयर एक कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जिसका उपयोग कंप्यूटर को infected करने के लिए किया जाता है. malware भी एक प्रकार का virus होता है जिसको malicious software (बेकार सॉफ्टवेयर) के नाम से भी जाना जाता है. ये software या program खुद तो बेकार होते ही है और कंप्यूटर में रखे डाटा को भी बेकार कर देते है.

Malware और spyware में क्या अंतर है?

Malware जिसे malicious software भी कहा जाता है. यह एक दूषित software होता है. जो यदि एक बार कंप्यूटर सिस्टम में enter हो जाता है तो फिर ये अपने-आप फैलता जाता है यह सिस्टम में उपस्थित जानकारी, डाटा को चुरा सकता है.

Malware का उपयोग सिस्टम को crypt करने के लिए किया जाता है.

जबकि spyware एक जासूस की तरह काम करता है. और बिना यूजर को बताये अपने-आप सिस्टम में install हो जाता है. और आपकी account information, financial और logins पर निगाह रखता है.

अपनी वेबसाइट को मैलवेयर से कैसे बचाए

आज virus से भरी हुई इस दुनिया में वेबसाइट हैक होने के बारे में अक्सर हम सुनते ही रहते है तो अब ऐसे में हमें अपनी वेबसाइट की सुरक्षापर बहुत ही ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है और careful होने की भी जरुरत है.

सबसे पहले, यदि आपको थोडा-सा भी किसी भी तरह का कोई doubt होता है तो, तुरंत अपनी वेबसाइट और उससे रिलेटेड सभी log in password को change कर दे और एक नया पासवर्ड बनाये

अब आप चेक करे कि आपकी वेबसाइट पर किसी तरह का कोई malware है या नही. वेबसाइट पर malware है या नही इसके बारे में जानने के लिए आप google के Google’s Diagnostic tool का उपयोग कर सकते है.

वेबसाइट से malware को remove करने के लिए “website malware scanner” भी एक बहुत ही अच्छा टूल्स है

कंप्यूटर के वायरस (computer virus) कौन बनाता है.

वायरस किसी भी तरह का क्यों न हो उसको बनाता हमेशा एक software developer या programmer ही है. ये प्रोग्रामर भी दो तरह के होते है एक तो वो जो प्रोग्राम (virus) बनाते है और दुसरे वो जो anti-virus बनाते है. basically ये दोनों programmer ही इससे पैसे कमाते है.

वो प्रोग्रामर जो इस virus को गलत तरीके से बनाकर किसी यूजर के सिस्टम में डाल देता है. उसे attack या हैकर कहते है. ज्यादातर virus को attacker ही बनाते है. लेकिन कुछ virus ऐसे भी होते है जिन्हें legally बनाया जाता है. और जिसको system की security के रूप में इस्तमाल किया जाता है.

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क्या मैलवेयर को हटाया जा सकता है?

जी हाँ| किसी भी प्रकार का मैलवेयर क्यों न हो उसे सिस्टम से हटाना possible है. लेकिन यहाँ ये समझना जरुरी है कि malware को कैसे हटाये. इसके लिए हमेशा सिस्टम में एक anti-virus का होना जरुरी है. 24 घंटे में एक बार कंप्यूटर को anti-virus से स्कैन जरुर कराये. और कभी भी free anti-virus को use न करे. इससे सिस्टम में virus आने के chance बढ़ते है.

कंप्यूटर सिस्टम से virus, malware को पूरी तरह से remove करने के लिए malwarebyte सबसे अच्छा anti- virus software है.

मैलवेयर के उदाहरण (Malware Example) कौन-कौन से है?

मैलवेयर के उदाहरण में Adware, Spyware,Worms, Backdoor, Bot, Bug, Ransomware आदि शामिल है.

कंप्यूटर में virus कैसे आते है?

कंप्यूटर में virus दो तरह से आते है. First is offline और second is online.

offline method जैसे – सिस्टम में बार-बार पेन-ड्राइव, हार्ड-डिस्क लगाना, ब्लूटूथ आदि ऐसे offline method है जो कंप्यूटर में virus को बुलावा देते है.

online method जैसे – स्पैम ईमेल, pop-up message, downloading from malicious website, आदि online method है जिनसे virus नेटवर्क या कंप्यूटर में enter करते है.

मैलवेयर और वायरस में क्या अंतर है?

मैलवेयर एक malicious software (दूषित सॉफ्टवेयर) होता है. जिसका उपयोग कंप्यूटर को Damage या crypt करने के लिए किया गया. malware सिस्टम में enter करने के बाद अपने आप फैलता जाता है. मैलवेयर कंप्यूटर में उपस्थित संवेदनशील जानकारी जैसे आपका पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल, डेबिट कार्ड डिटेल, बैंक अकाउंट नंबर आदि को चुरा सकता है. और delete भी कर सकता है.

वायरस भी एक प्रकार का malicious software होता है. जो फाइल आदि को infected करता है. और फिर डिवाइस के माध्यम से सिस्टम में फैलता है.

कैसे पता करे आपके कंप्यूटर सिस्टम में मैलवेयर Malware Symptoms है?

जब भी कंप्यूटर में मैलवेयर आ जाता है तो इसके कुछ न कुछ symptoms कंप्यूटर में दिखाई देते है. ये Malware symptoms अलग-अलग malicious software के अलग-अलग होते है-

  1. कंप्यूटर स्पीड और वेब ब्राउज़र स्पीड slow हो जाती है.
  2. कंप्यूटर में malware आने पर कंप्यूटर CPU का usage बढ़ जाता है.
  3. नेटवर्क कनेक्शन में प्रॉब्लम आने लगती है.
  4. फाइल्स सिस्टम से automatic ही delete होने लगती है.
  5. Freezing और crashing issue आने लगता है.
  6. File, application, software आदि का icon appearance ओरिजिनल icon appearance से change हो जाता है.
  7. बिना यूजर के ईमेल और message अपने आप send होने लगते है.
  8. Anti-virus और फ़ायरवॉल प्रोग्राम अपने आप बंद होने लगते है.
  9. computer behavior (अपने आप screen लाइट on off होना) change होने लगता है.
  10. system configuration, software configuration में automatic change होने लगता है.
Conclusion About Types Of Malware Meaning In Hindi|

दोस्तो, आज के इस आर्टिकल Types Of Malware Attack Hindi Me| में हमने आपको मैलवेयर अटैक क्या है और कितने प्रकार के होते है. के बारे में बताया है. जिनके बारे में आपको जानना बहुत जरुरी है.

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