Techyouthgrow

सर्वर क्या होता है| what is server in hindi|

आज टेक्नोलॉजी के युग में हर कोई ज़्यादातर सोशल मिडिया पर ही busy रहता है. कोई Fb पर busy रहता है तो कोई whats app पर| लेकिन हर कोई social media पर ही busy रहता है. और कुछ लोग ऐसे भी होते है जो youtube पर video देखना पसंद करते है. और कुछ आर्टिकल पढना पसंद करते है. 

लेकिन कभी आपने सोचा है कि जो भी आप google पर search करते है या फिर social media पर पढ़ते है. वो आपके लिखते ही एक-दम कहा से आपके सामने आ जाता है.

जैसे ही आप google पर कुछ search करते है या कोई URL enter करते है. तो एक web page open होता है और इस web page पर वो सारा data होता है जो आप देखना चाहते है. ये सारा data जिस जगह स्टोर होता है उसे सर्वर कहते है.

आइये जानते है What Is Server In Hindi| 

सर्वर क्या होता है| What is server in hindi|

“सर्वर एक hardware devise है जो दुनिया के हर कोने में कही पर भी हो सकते है.और नेटवर्क पर किसी भी कंप्यूटर को client द्वारा की गई request के according data serve करते है या प्रदान करते है.”

what-is-server-in-hindi

सर्वर में भी कंप्यूटर की तरह processor, Hard Disc और RAM होती है. इस कारण हम ये भी कह सकते है कि सर्वर एक तरह से कंप्यूटर ही होते है जो दुसरे कंप्यूटर को data प्रदान करता है. सर्वर जिस कंप्यूटर को data प्रदान करते है उनको client कहते है.

सर्वर शब्द web server से लिया गया है. जैसे ही हम इन्टरनेट पर browser में कुछ browse करते है. तो, web server ही उस page को browse करके हमें show करता है.

सर्वर काम कैसे करता है| how does the server work in hindi|

अब आप ये तो जान ही चुके है कि सर्वर क्या होता है. लेकिन शायद आपको ये नही पता होगा कि सर्वर काम कैसे करता है, इसके काम करने का प्रोसेस क्या है. तो, आइये जानते है कि सर्वर कैसे काम करता है.

“जैसे ही आप इन्टरनेट पर कुछ search करने के लिए web browser open करते है.और address bar में कोई URL लिखते है तो browser domain name को IP address में convert करने के लिए domain name server को contact करता है. और browser इस IP address पर सर्वर से कनेक्शन बनता है. और HTTP protocol को follow करते हुए सर्वर को request भेजता है. सर्वर इस request को accept करके browser को requested web page के लिए HTML text भेजता है. और browser इस HTML text को पढने के बाद web page को आपको आपकी स्क्रीन पर दिखा देता है.”

इसको हम एक example के thru समझते है-

अब suppose कीजिये कि आप browser पर जाकर कुछ search करते है तो, जो भी URL आपने search किया है. उस URL की एक request generate हो जाती है. जो सीधे सर्वर के पास जाती है. अब क्योकि हम जानते है कि सर्वर में ही सारा data store होता है. तो जैसे ही ये request सर्वर के पास जाती है तो सर्वर उस request के according काम करता है. और उस URL के according data को search करके browser पर show करा देता है.

इसको एक दुसरे example से भी समझते है.

अब यदि आप youtube पर कोई video या song सुनना चाहते है तो first of all आप song के lyrics को लिखकर search करते है जिससे youtube पर एक request generate होती है जो सर्वर के पास जाती है और सर्वर उस request को accept करके उस song को youtube पर show करा देता है.

इस पुरे प्रोसेस को complete होने में कुछ Factor होते है जिसके बिना ये प्रोसेस impossible होता है.जैसे- Internet, IP address, Server and Client, ports, Domain Name, Name Server,port और protocols|

1. Internet:-

इन्टरनेट बहुत सारे नेटवर्क का एक जाल है. जिससे हम किसी भी type का data share कर सकते है. और बहुत सारे कंप्यूटर को जोडकर एक नेटवर्क बनता है. Network सभी कंप्यूटरों को एक साथ जोड़ने की अनुमति देता है.

2. IP Address:-

Internet पर हर एक मशीन का अपना एक IP Address होता है जो उसको unique बनता है. IP Address static होता है. IP Address की full form Internet Protocol Address होती है. IP Address की help से किसी भी device को आसानी से identify किया जा सकता है. IP Address 32 bit (binary digit) से बना होता है. जैसे-100110101010100.100110101 | इसको याद रखना काफी मुस्किल होता है. इस कारण इसको चार भागो में बाटकर अलग कर दिया गया .जैसे 196.285.354.412| 

3. Server and Client:-

यदि देखा जाये तो इन्टरनेट पर दो प्रकार की मशीन होती है एक तो वो जो data को serve करती है और दूसरी वो जो इस data को serve करने के लिए request send करती है.जो machine data को serve करती है उसको सर्वर कहते है. जैसे-वेब सर्वर, proxy server आदि| और जो मशीन request send करती है उसको Client कहते है जैसे-chrome, firebox, Mozilla आदि|

4. Domain Name:-

इन्टरनेट पर किसी भी website को search करने के लिए उसको एक नाम दिया जाता है जिसको domain name से जाना जाता है. इस कारण हम कह सकते है कि domain name किसी website का name होता है. जैसे-www.techyouthgrow.com 

Domain Name के thru ही हम किसी website तक पहुच सकते है. Domain Name अक्षरों और संख्याओं का एक combination होता है. 

5. Name Server:-

Name Server को Domain Name Server (DNS) भी कहते है. जैसे कि हम सब जानते है कि कंप्यूटर इंसानी भाषा को नही समझता है. कंप्यूटर numerical language को समझता है.

DNS एक ऐसा सिस्टम जो कि domain name को IP Address यानि कि numerical form में translate करता है. जिससे web browser ये समझ सके कि आप इन्टरनेट पर क्या access करना चाहते है.

6. Ports:-

Connecting cable का use करके system और device को एक साथ connect करने के लिए ports का use किया जाता है.

7. Protocols:-

Protocol का मतलब होता है. “set of rules”| Protocols का digital communication में बहुत ही अहम् रोल होता है. without protocol digital communication लगभग impossible है. protocol से ही ये तय होता है कि कंप्यूटर नेटवर्क पर data कैसे ट्रान्सफर होगा और कैसे receive होगा.

सर्वर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट- Important point about server kya hota hai| What is server in hindi|

  • सर्वर 24×7 चालू रहते है. यदि किसी कारण से हार्डवेयर बेकार हो भी जाते है तो back-up के लिए और भी बहुत option होते है. जिस कारण सर्वर हमेशा चालू रहते है. Normally, यदि हम देखे कि हम जो PC use करते है और PC use करते हुए यदि लाइट चली जाती है तो हमारा सारा back-up भी चला जाता है. लेकिन सर्वर के साथ ऐसा नही होता है. यदि लाइट चली भी जाये हो इन्वर्टर आदि जैसे काफी option होने के कारण सर्वर हमेशा चलते ही रहते है.
  • सर्वर में data को store करने के लिए RAID configuration में use होने वाली हार्ड ड्राइव का use किया जाता है. जिस कारण सर्वर में higher storage capacity होती है.
  • जब कभी भी हम कोई website बनाते है.तो हमारी website का सारा data file सर्वर में store होता है और ये सर्वर किसी दुसरे व्यक्ति को उसमें access करने का अधिकार नही देता है. इस कारण सर्वर हमें नेटवर्क security भी प्रदान करता है.
प्रश्न और उत्तर| Q & A|
1. सर्वर डाउन क्यों होते है|

सर्वर डाउन कई reason से हो सकता है.
i. जब कभी भी चलते-चलते सर्वर का main Cable/ power cable Damage हो जाता है. तो उस समय सर्वर पॉवर सप्लाई ऑफ होने के कारण सर्वर डाउन हो जाता है.
ii. यदि सर्वर का कोई हार्डवेयर पार्ट किसी reason से बेकार हो जाता है तो भी सर्वर डाउन की problem आती है.
iii. यदि server power back-up फ़ैल हो जाता है तो भी सर्वर डाउन हो जाता है.
iv. वेबसाइट पर अचानक ट्रेफिक का बढ़ जाना भी सर्वर डाउन का मुख्य कारण होता है|

2. सर्वर की आवश्यकता क्यों होती है|

सर्वर को हम simple language में डाटा स्टोरेज डिवाइस भी कह सकते है. क्योकि सर्वर में हमारा सारा डाटा, अब चाहे वो File से रिलेटेड हो, Application से रिलेटेड हो, Security से रिलेटेड हो, या फिर DNS आदि से रिलेटेड हो. सारा डाटा सर्वर में ही store रहता है. इस कारण हम कह सकते है कि-
किसी भी प्रकार के डाटा को स्टोर करके रखने के लिए हमें सर्वर की आवश्यकता पड़ती है.

Conclusion About What Is Server In Hindi|

तो, दोस्तों आज हमने सिखा कि सर्वर क्या होता है| {What Is Server In Hindi} और सर्वर कैसे काम करता है.

दोस्तों, हमें उम्मीद है कि आपको हमारा आर्टिकल सर्वर क्या होता है| और इससे related जानकारी पसंद आई होगी. हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी हुई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी.

दोस्तों, आपको हमारा Post सर्वर क्या होता है|कैसा लगा हमें निचे दिए हुए Comment Box में Comment करके जरुर बताये. और निचे दिए हुए Subscribe Botton पर click करके हमारे Blog को Subscribe जरुर करे. जिससे आपको हमारे हर New Post की जानकारी सबसे पहले मिल पाए. जय हिन्द धन्यवाद|

इन्हें भी पढ़े :-