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Bitcoin Mining क्या है और India में bitcoin Mining कैसे करे?

क्रिप्टो-करेंसी क्या है?, Bitcoin क्या है? ये तो आपने सुना ही होगा और शायद आप ये जानते भी होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि Bitcoin Mining क्या है? और बिटकॉइन माइनिंग कैसे कि जाती है. बिटकॉइन कैसे circulate होती है. और कैसे नई बिटकॉइन बनती है. यदि नही तो चलिए जानते है कि Bitcoin Mining क्या होती है. What Is Bitcoin Mining In Hindi|

आज Bitcoin का मार्किट रेट day-to-day बढ़ रहा है. सन 2009 में जब पहली बार Bitcoin मार्किट में आया था तो उस समय इसका rate लगभग 0.00 INR था और सन 2010 में इसका रेट 0.00 से बढ़कर 5.1 INR हो गया. लेकिन सन 2021 में ये maximum price 54,00,000 रूपये तक पहुच गया.

बिटकॉइन माइनिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिससे एक नई Bitcoin circulation में enter करती है. और इस प्रोसेस को जो लोग करते है. उन्हें miner कहते है.

Miner हर एक नये transaction को पूरा तो करते है ही इसके साथ नई Bitcoin भी बनाते है.

जब कोई नया transaction होता है तो उस समय एक नया ब्लाक create होता है. जिसे miner एक पुरे प्रोसेस के thru circulate करते है और एक नई Bitcoin circulate होती है.

बिटकॉइन माइनिंग क्या होती है.(What Is Bitcoin Mining In Hindi|) इसको अच्छे से और detail में जानते है.

Bitcoin Mining क्या है (What Is Bitcoin Mining In Hindi)

बिटकॉइन माइनिंग एक high complex computing प्रोसेस है. जिसके लिए बहुत high qualification वाले कंप्यूटर सिस्टम कि जरुरत पड़ती है. बिटकॉइन माइनिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिससे नया transaction complete होता है. और नया Bitcoin circulated होता है. mining के लिए बहुत ज्यादा high qualification वाले कंप्यूटर कि जरुरत होती है क्योकि जब mining होती है या कह सकते है कि जब कोई नया transaction होता है तो ये एक बहुत complecated प्रोसेस से होता है जिसमे miner को उस transaction को completed करने के लिए एक crypto-graphic equation को solve करना पड़ता है.

What-Is-Bitcoin-Mining-In-Hindi

जब कभी भी कोई नया transaction होता है तो एक नया block create होता है. यह block ओर कुछ नही एक कंप्यूटर अल्गोरिथम होता है. जिसको कैलकुलेशन के thru solve किया है.

जब कोई नया block बनता है तो उस ब्लाक को mine करने के लिए हजारो कि संख्या में miner कार्य करते है लेकिन एक ब्लाक को एक समय में सिर्फ एक ही miner mine कर सकता है. जो miner इस ब्लाक को सबसे पहले mine कर देता है या कहा सकते है कि जो transaction हो रही होती है वो complete हो जाती है तो एक नया Bitcoin circulate होता है. और miner को reward के रूप कुछ Bitcoin मिलते है. वैसे ये Bitcoin और कुछ नही transaction fee होती है. और ये ही प्रोसेस बार-बार repeat होता रहता है.

जब miner transaction के नए block को successfully verify कर देते है तो यह block distribute कर दिया जाता है, उन सभी devices के साथ जो इस पूरी ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी में include होते है. या कहा सकते है कि इस डाटा {mathematical proof of work (as a proof)} को Decentralized ब्लाकचैन लेजर पर update कर दिया जाता है

Bitcoin Mining कैसे करे how start bitcoin mining in hindi

Bitcoin की mining करना कोई बच्चो का खेल नही होता है. क्योकि इसके लिए आपके पास कंप्यूटर, सॉफ्टवेर, कंप्यूटर लैंग्वेज आदि कि अच्छी knowledge होना बहुत जरुरी है.

जब भी कभी हम Bitcoin mining कि बात करते है तो सबसे पहले एक ही बात होती है वो है इसके लिए use होने वाले कंप्यूटर हार्डवेयर की. और दूसरी सॉफ्टवेर की.

Bitcoin mining ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है. और ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसमे एक साथ हजारो-लाखो कंप्यूटर काम कर रहे होते है. इस कारण mining करते समय इन सभी कंप्यूटर पर load बहुत ज्यादा पड़ता है.

Bitcoin mining के लिए सबसे पहले एक अच्छे hardware का selection करना चाहिए. कभी-कभी कुछ लोग सिर्फ सिखने के purpose से, पुराने कंप्यूटर का उपयोग Bitcoin mining के लिए करते है. अब क्योकि कंप्यूटर पुराने होते है. इस कारण जब इन कंप्यूटर का इस्तमाल mining में किया जाता है तो बिजली कि खपत भी ज्यादा होती है. लेकिन यदि आप वाकई Bitcoin mining से पैसा कमाना चाहते है. तो उसके लिए आपके पास एक optimized mining hardware जैसे – Graphics Processing Unit (GPU) और Application Specific Integrated Circuit (ASIC) Miner होना बहुत जरुरी होता है.

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एक अच्छे hardware का selection करने बाद आपके पास एक अच्छा mining software होना भी बहुत जरुरी है. और इस सॉफ्टवेर को run कराने के लिए एक अच्छे इन्टरनेट connection का होना भी बहुत जरुरी है. यदि आपके इन्टरनेट की स्पीड slow है तो आप mining तो कर सकते है लेकिन इसमें कभी success नही हो सकते.

ये सब सेलेक्ट करने के बाद अब बात आती है कि कौन-सी mining आपके लिए फायेदेमंद होगी. वैसे हम आपको बता दे कि mining दो प्रकार से कि जाती है. solo mining & pooled mining.

Mining के लिए हमेशा Pooled mining ही सबसे फायेदेमंद होती है क्योकि इसमें reward बहुत अच्छा मिलता है.

ये सब सेलेक्ट करने के बाद अब बात आती है कि बिटकॉइन माइनिंग कैसे करे या फिर बिटकॉइन माइनिंग कैसे की जाती है.

बिटकॉइन माइनिंग ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है. और जब इस ब्लाकचैन के अन्दर कोई नया transaction होता है तो एक नया ब्लाक बनता है. या फिर कह सकते है कि एक 16 नंबर का नया हैश create होता है. ये हैश कुछ नंबर और alphabets का combination होता है. जिसे miners mathematical calculation से solve करते है. और जो miner इस कैलकुलेशन को solve कर देता है उस miners को reward के तौर पर कुछ bitcoin दिए जाते है. ये reward और कुछ नही transaction fee होती है.

जब ये transaction complete हो जाती है तो एक नया bitcoin circulation में आता है. और इस transaction की एक कॉपी proof of work के रूप में blockchain में circulate कर दी जाती है.

जब कोई miner block को mine कर रहा होता है या transaction को complete कर रहा होता है तो, क्योकि अब इस transaction को complete करना उसकी responsibly होती है और अब यदि चाहे तो इस transaction में वह कोई भी हेर-फेर कर सकता है.

लेकिन क्योकि ये सारा प्रोसेस ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी के अंतर्गत होता है इस कारण यदि कोई miner ऐसा करना चाहता है तो उस समय, इस सारे network को Bitcoin corrupt कर देता है. और एक massage भी सभी नोड पर circulate हो जाता है.

Best Bitcoin Mining Software List For 2022 in Hindi?

बिटकॉइन माइनिंग सॉफ्टवेर से ही ब्लाकचैन में होने वाले transaction को track और secure किया जाता है. कोई भी mining सॉफ्टवेर को चलने के लिए एक अच्छे सॉफ्टवेर का होना बहुत जरुरी है. कुछ best Bitcoin mining सॉफ्टवेर कुछ इस प्रकार है-

  1. CGMiner
  2. BFGMiner
  3. MultiMiner
  4. AwesomeMiner

Bitcoin Mining में कितना समय लगता है|

Generally एक बिटकॉइन माइनिंग में 10 mint का समय लगता है. लेकिन ऐसा नही है कि हमेशा इतना ही समय लगे क्योकि mining में लगने वाला समय आपके computer hardware और internet speed पर depend करता है. यदि आपका कंप्यटर hardware अच्छा है और इन्टरनेट speed स्लो है तो भी इसमें ज्यादा समय लगेगा.

एक fact ये भी है कि बिटकॉइन माइनिंग में लगने वाला समय Number Of Miners पर depend करता है. सन 2009 में जब Bitcoin शुरू हुई थी तो इसकी mining में लगभग 2-3 दिन का समय लगता था. क्योकि उस समय mining बहुत कम होती थी. लेकिन आज क्योकि Number Of mining ज्यादा है इस कारण इसमें समय भी बहुत कम लगता है. अब यदि आज के समय में किसी reason से Bitcoin miner कि संख्या कम हो जाती है तो इसमें लगने वाला समय फिर से बढ़ जायेगा.

भारत में क्रिप्टो-करेंसी इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे Best प्लेटफोर्म कौन-सा है|

भारत में क्रिप्टो-करेंसी इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे best प्लेटफोर्म Wazirx और Zebpay है.

बिटकॉइन माइनिंग के लिए कितनी bandwidth होने चाहिए|

successful Bitcoin mining के लिए minimum upload speed 50 kilobytes per second का होना जरुरी है.

Conclusion|

दोस्तो, आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बिटकॉइन माइनिंग के बारे डिटेल से बताया गया है.

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