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जानिए स्पेस सूट के बारे में| what is Spacesuit In Hindi|

What Is Spacesuit In Hindi| जब कभी भी हम हॉलीवुड की अंतरिक्ष से जुडी फिल्मे देखते है तो, उसमे हमें आंतरिक्ष यात्री एक सफ़ेद कलर की पोशाक पहने दिखाई देते है. जो काफी फूली-फूली हुई दिखा देती है. इस सफ़ेद पोशाक को Space Suit कहते है.

लेकिन space suit में ऐसा क्या होता है जिस कारण अंतरिक्ष यात्री इसे पहनने के बाद इतने फुल जाते है. और जब कभी भी हम space में astronauts को देखते है तो वो हमेशा white space suit में ही क्यों दिखाई देते है. ऐसी क्या जरुरत होती है जिस कारण astronauts को space में space suit हमेशा पहनना ही पड़ता है.

तो. दोस्तों हम अपने पिछले आर्टिकल में ये तो जान ही चुके है कि स्पेस किसे कहते है. (What Is Space In hindi)| आज हम इस आर्टिकल में space suit से related वो सारी बाते जानेगे जिनके बारे में पता होना बहुत जरुरी है.

स्पेस सूट क्या होता है| What Is Spacesuit In Hindi|

What Is Spacesuit In Hindi|-Space Suit कई कपड़ो की layer से बना हुआ एक ऐसा suit होता है जो space में astronauts के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है. और अंतरिक्ष में उपस्थित धुल, कचरा, पार्टिकल और सूर्य की घातक किरणों से astronauts की रक्षा करता है.”

Space Suit एक pressurize environment create करता है. इसके अन्दर का pressure 4.3 Psi पर maintain किया जाता है.

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हमारे ब्रम्हाण्ड में स्पेस विपरीत परिस्थिति वाली वो जगह है जहा पर Earth की तरह बिना सुरक्षा कवच रहना मुस्किल ही नही नामुमकिन है. क्योकि यहाँ ना तो ऑक्सीजन है और ना ही gravity| जिस कारण बिना सुरक्षा कवच के यहाँ पर रह पाना मुस्किल है. और यहाँ का तापमान, यदि सूर्य तुम्हारे सामने है तो 120 डिग्री सेल्सियस से उपर भी हो सकता है और यदि आप छाया में है तो तापमान तुरंत गिरकर शून्य से 100 डिग्री सेल्सियस नीचे तक पहुच जाता है.

आज हम पढ़ रहे है|

What Is Spacesuit In Hindi|

जिस कारण ऐसी परिस्थिति में हमारे शरीर के अन्दर उपस्थित द्रव उबलने लगते है. और अब यदि हम space में 15 सेकंड भी बिना space suit के रहे तो हमारा शरीर पहले तो फूलेगा और फिर एक दम फट जायेगा.

space में इन सारी problem से बचने के लिए ही space suit का निर्माण हुआ |

Space Suit 16 layer से बना हुआ एक ऐसा सफ़ेद कलर का suit होता है. जो space में astronauts को हर तरह से सुरक्षा प्रदान करता है. और space suit के अन्दर ही ऑक्सीजन, AC, Computer और Toilet आदि की सुविधा होती है.

space suit के अन्दर एक Back-Pack होता है जिसको life support सिस्टम भी कहा जाता है. और इसी से astronauts को space में ऑक्सीजन प्राप्त होती है. इस suit के अन्दर ही गैस, AC, computer, द्रव पदार्थ को रिचार्ज और डिस्चार्ज करने की व्यवस्था भी होती है.

space suit पहनने के बाद हमारे शरीर का तापमान और बाहरी वातावरण से हमारे शरीर पर पड़ने वाला दबाब नियंत्रित रहता है. जब हम space suit को पहनते है तो space suit को पहनने से पहले एक Inner Layer पहनते है. ये inner layer ही हमारी बॉडी के temperature को maintain करके रखती है. इस inner layer के बाद में space suit को पहना जाता है जोकि बाहरी वातावरण से पड़ने वाले दबाव को maintain करता है.

space suit के मुख्य रूप से दो भाग होते है एक space suit और दूसरा हेलमेट|

शून्य gravity होने के कारण space में dust आदि के कण हमारी बॉडी पर एक बुलेट की तरह अटैक करते है. हेलमेट हमें इन्ही अटैक से बचाता है. और space suit हमें सूर्य या अन्य ग्रह से निकलने वाली खतरनाक किरणों से बचाता है.

Space Suit Design in hindi|

Astronauts को जब भी हम देखते है तो, या तो वो सफ़ेद कलर के space सिट में या नारंगी कलर के space suit में हमें दिखाई देते है. जब कभी भी astronauts Earth से space में जाते है या फिर space से Earth पर आते है या अंतरिक्ष में spacecraft के अन्दर होते है तो astronauts हमें नारंगी कलर के space suit में दिखाई देते है लेकिन जब कभी भी astronauts space walk के लिए जाते है तो वो हमें सफ़ेद कलर के space suit में दिखा देते है.

सफ़ेद कलर के space suit को विशेष रूप से space walk के लिए ही design किया गया है.

अब ये भी जान लेते है कि space walk क्या होता है| space में astronauts के space craft से बाहर जाना को ही space walk कहा जाता है. जिसको दुसरे शब्दों में EVA (Extra-Vehicular Activity) भी कहते है.

इस space walk space suit के मुख्य रूप से दो पार्ट होते है. एक Pressure Garment और दूसरा Life Support System|

Pressure Garment हमारी बॉडी को protect करता है और Life Support System हमारे लिए ऑक्सीजन, कंप्यूटर, AC आदि की व्यवस्था करता है. इस Pressure Garment के भी कुछ भाग होते है जैसे- Cooling Garment, Lower Torso, Upper Torso, Helmet, Gloves, आदि.

What-Is-Space-Suit-Made-Of

1. Cooling Garment|

Cooling Garment हमारे शरीर के temperature को maintain करने का काम करते है. जिसको Inner Layer भी कहा जाता है. cooling garment stretchy spandex material और nylon-try cot से बने होते है. इस टाइट फिट inner layer में लगभग 300 फीट लंबी प्लास्टिक ट्यूब बुनी हुई होते है जिसमे ठंडा पानी लगभग 40 डिग्री सेल्सियस से 50 डिग्री सेल्सियस तक घूमता रहता है.

हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रिक करने और space walk के दौरान हमारे शरीर की अतिरिक्त गर्मी को कम करने के लिए cooling garment का उपयोग किया जाता है. ये plastic tube हमारे सिर, हाथ और पाव को छोड़कर पुरे शरीर को कवर करती है. इन tubes में पानी कई घंटो तक बहता रहता है. इसमें vents भी लगे रहते है जिनका मुख्य काम हमारे शरीर से निकलने वाले पसीनो का circulation करना होता है.

2. Hard Upper Torso|

Hard Upper Torso एक sleeveless shirt की तरह होता है. जो आर्म असेंबली से जुड़ा होता है. और ये weight में बहुत लाइट होता है

ये suit का सेंटर कॉम्पोनेन्ट होता है. जो astronauts को chest & back दोनों को कवर करता है. और इस हिस्से के दबाब को maintain करता है.

HUT Fiberglass से बना होता है. और ये DCM (Display Control Module), PLSS (Primary Life Support System), हेलमेट, Chest Mounted Display, Lower Torso Assembly आदि से जुडी होती है.

Hard Upper Torso एक material का नाम होता है. जिसका use space suit बनाने में किया जाता है.

3. Gloves|

यदि हम अपने बॉडी पार्ट की बात करे तो हमारे बॉडी में उंगली ही एक ऐसा पार्ट होती है जो शर्दी में बहुत ज़ल्दी ठंडी हो जाती है. ऐसी परिस्थिति में space में space suit gloves astronauts को बाहरी वातावरण से बचाते है.

space suit gloves को इस तरह design किया जाता है कि space में astronauts को इसे पहने के बाद किसी भी चीज़ को पकड़ने या उठाने में कोई problem न हो.

उंगलियों को गरम रखने के लिए ये space suit gloves हीटर से लेस रहते है.

4. Lower Torso|

ये suit का निचला हिस्सा होता है जो पेंट, बूट्स और कमर के निचले आधे हिस्से से बना होता है. इसमें एक मेटल बॉडी सील closure होता है जो Lower Torso को Hard Upper Torso से जोड़ता है.

इसमें एक Waist Bearing होता है जो astronauts को मुड़ने और घुमने में मदद करता है.

5. Layers|

सूट का जो flexible पार्ट होता है वो 16 layer से बना होता है. और इन परतो का अपना अलग-अलग कार्य होता है. Earth से ऑक्सीजन ले जाने से लेकर अंतरिक्ष में धुल के कणों से बचने तक, इन layer का अपना एक मुख्य काम होता है.

cooling garment, हमारे शरीर को ठंडा बनाये रखता है ये 3 layer से बना होता है. इसके बाद फिर इसमें एक bladder layer होती है जो हमारे शरीर के उपर पड़ने बाले दबाब को maintain करती है. 5 layer Mylar material की होती है जो temperature maintain करती हैं. अगली परत अन्तरिक्ष यात्री के चारो ओर और bladder layer को सही आकार में रखती है.

एक tear resistance layer होती है जिसको ripstop liner कहते है. कुछ layer होती है जो insulation का काम करती है. और suit के अन्दर के temperature को बनाये रखती है. इनके अलावा इसमें एक waterproof layer, fireproof layer, और bulletproof layer होती है. bulletproof layer अन्तरिक्ष में धुल, कचरा आदि से सुरक्षित रखती है.

6. Life Support System|

What Is Spacesuit In Hindi| इस suit का सबसे मुख्य पार्ट होता है. Backpack| जिसको Life Support System और Primary Life support Subsystem (PLSS) भी कहा जाता है. यह suit के पीछे की तरफ लगा होता है. इसमें वो सब होता है जो जिन्दा रहने के लिए जरुरी होता है.

life support system के अन्दर दो सिलिंडर, बैटरी, कार्बन डाई ओंक्साईड रिमूवल फ़िल्टर, एयर कंडीशनर (cooling system), और कम्युनिकेशन सिस्टम लगा होता है. और इन सभी का control system astronauts की chest पर लगे control module में होता है.

इस बैकपैक में एक fan लगा होता है जिससे ऑक्सीजन को circulate किया जाता है. एक pressure regulator होता है जो शरीर पर पड़ने वाले दबाब को maintain करता है. इसमें एक chiller और एक पंप लगा होता है जो cooling garment के लिए ठंडा पानी circulate करता है.

इस बैकपैक में 8 घंटे तक काम करने के लिए हवा, पानी, और बैट्री का back-up होता है. और Emergency में 30 minute तक चल सकता है.

7. Communication Carrier Assembly|

जब astronauts हेलमेट पहनते है तो हेलमेट पहनने से पहले एक communication cap पहनी जाती है. जिसको Snoopy Cap भी कहते है. इस Snoopy Cap में earphone & Microphone लगे रहते है. इस Communication System का उपयोग उस समय होता है जब astronauts spacewalk के लिए जाते है.

8. Helmet|

हेलमेट मजबूत प्लास्टिक से बना हुआ होता है. इसमें एक वेंटिलेशन सिस्टम भी होता है जो अन्तरिक्ष यात्री को ऑक्सीजन प्रदान करता है. इस हेलमेट में आगे की तरफ दो शीशे लगे होते है.अन्दर वाला शीशा ऑक्सीजन को रोके रखता है और बाहर वाला शीशा जिस पर गोल्ड प्लेटेड लेयर चढ़ी होती है. अन्तरिक्ष में सूर्य की खतरनाक किरणों से बचाता है.

इस हेलमेट के अन्दर एक छोटा foam block होता है जिसका उपयोग अन्तरिक्ष यात्री नाक खरोचने के लिए करते है.

इस हेलमेट पर कुछ लाइट और कई पावरफुल कैमरे लगे होते है. इन पावरफुल कैमरे की मदद से ही Earth पर बैठे अन्तरिक्ष वैज्ञानिक यह देख पाते है कि space में astronauts क्या कर रहे है.

इन सभी पार्ट्स से अलग space suit के पीछे एक SAFER (Simplified Aid For EVA Rescue) लगा होता है. जिसमे बहुत सारे छोटे-छोटे Thruster Jets लगे होते है. जब कभी भी astronauts space walk पर जाते है और यदि उस समय उनकी steel की रस्सी टूट जाती है तो वो इन्ही Thruster Jets के माध्यम से Airlock (space station) तक वापस आते है.

Astronauts की कलाई पर एक wrist mirror भी लगा होता है. जिससे astronauts अपनी chest पर लगे control module पर लिखे उलटे शब्दों को पढ़ पाते है.

control module पर शब्दों को उल्टा इसलिए लिखा जाता है क्योकि astronauts निचे झुककर नही देख सकते है.

इसे भी पढ़े|

अंतरिक्ष यात्रियों के लिए आर्टिफिशियल ग्रेविटी क्यों जरुरी है|
महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर| Q & A|
1. मिशन पैच क्या होता है|

जब भी astronauts स्पेस मिशन पर जाते है तो उनको उस मिशन के लिए एक विशेष प्रकार का Logo दिया जाता है जो space suit पर लगे होते है. इन लोगो को हो मिशन पैच कहते है. इस Logo पर अंतरिक्ष यात्री का नाम, मिशन का प्रतिक, अन्तरिक्ष यान का नाम लिखा होता है.

2. अंतरिक्ष में gravity क्यों नही होती है|

Gravity हमेशा वहा होती है जहा पर कोई पदार्थ या पिण्ड हो. Space में जहा पर भी कोई पिण्ड है हम उस पिण्ड की गुरुत्वाकर्षण सीमा के अन्दर तक ही gravity को feel कर सकते है. लेकिन उसके बाहर क्योकि निर्वात होता है इस कारण वहा पर gravity नही होती है.

3. स्पेस में स्पेस सूट क्यों पहना जाता है|

Space में निर्वात होने के कारण, सूर्य की खतरनाक किरणों से बचने के लिए space suit को पहना जाता है. अन्तरिक्ष में धुल और कचरा astronauts पर बुलेट की तरह अटैक करता है. इस अटैक से बचाने के लिए space में space suit को पहना जाता है.

4. स्पेस सूट का कलर सफ़ेद क्यों होता है|

What Is Spacesuit In Hindi|- अन्तरिक्ष में हम चारो तरफ जहा भी देखते है वहा अँधेरा-ही-अँधेरा दिखाई देते है. और अँधेरे में सफ़ेद ही एक ऐसा कलर होता है जो आसानी से दिखाई देता है. इस reason से ही space suit का कलर सफ़ेद रखा गया है. इसके कई और reason है.

सफ़ेद ही एक ऐसा कलर होता है जो सूर्य के प्रकाश में बहुत अधिक रिफ्लेक्ट होता है. और सूर्य से निकलने वाली खतरनाक किरणों से बचाता है.

space suit का कलर सफ़ेद रखने का एक reason ये भी है कि जब कभी astronauts space walking के लिए जाते है तो वो एक steel की रस्सी से बंधे होते है और यदि space walk के दौरान उनके साथ कोई accident हो जाये तो space के अँधेरे में उनको आसानी ढूंढा जा सकता है.

5. स्पेस सूट की कीमत कितनी होती है|

यदि हम NASA की बात करे तो NASA एक नया space suit बनाने के लिए लगभग 300-500 मिलियन डॉलर (2000-3000 करोड़ रूपये) का खर्चा करती है. जिसके अंतर्गत इस space suit की designing, उसकी researching, testing, manufacturing, evaluation और development आदि आता है.

लेकिन इसके बाद इसकी कॉपी करने में लगभग 12 मिलियन डॉलर का खर्चा आता है. जिसको यदि इंडियन पैसे में convert करे तो लगभग 84-85 करोड़ रूपये होते है.

6. What Are The Layer Of Space Suit|

कोई भी space suit 16 अलग-अलग layer से बना space suit होता है और हर layer का अपना एक अलग रोल होता है. इन space suit layer के बारे में हम पहले ही बता चुके है.

7. किसी व्यक्ति को बिना Spacesuit के अंतरिक्ष में छोड़ दिया जाए तो क्या होगा?

What Is Spacesuit In Hindi| Space में ना तो हवा होती है और ना ही gravity. और वहा का तापमान भी कभी 120 डिग्री सेल्सियस से उपर भी हो जा है तो कभी शून्य से 100 डिग्री सेल्सियस नीचे तक पहुच जाता है. और ऐसे में यदि अन्तरिक्ष यात्री अपना space suit उतार दे या फिर बिना space suit चला जाये तो ऐसे में सबसे पहले आपके शरीर के अन्दर की ऑक्सीजन आपकी बॉडी में पहले तो फैलेगी फिर आपका शरीर गुब्बारे की तरह फुल जायेगा

बिना ऑक्सीजन के आपका lungs आपके दिमाक को ऑक्सीजन भेजना बंद कर देगा और आपके शरीर का द्रव उबलने लगेगा. जिस कारण आपको 15 सेकंड में ही बेहोशी आने लगेगी. और 90 सेकंड के अन्दर आपका शरीर फट जायेगा. और अब यदि आप किसी star के पास है तो आपका शरीर जलने लगेगा.

Conclusion About What Is Spacesuit In Hindi|

तो, दोस्तों आज हमने स्पेस सूट क्या होता है. (What Is Spacesuit In Hindi), space suit design, space suit part आदि के बारे में सिखा.

दोस्तों, हमें उम्मीद है कि आपको हमारा आर्टिकल  What Is Spacesuit In Hindi  और इससे related जानकारी पसंद आई होगी. हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी हुई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी.

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