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नैतिक कहांनिया हिंदी में : Top 10 Moral Stories In Hindi For Kids 2022

Top 10 Moral Stories In Hindi:- बचपन में हम सब ने अपने दादा-दादी से हमारे कुछ न कुछ अच्छी बाते सुनते ही रहते है. जिनमे से कुछ बाते ऐसी होती है जो हम बड़े होने के बाद में भी नही भूल पते है. और हमें इन्ही बातो से बहुत कुछ सिखने को भी मिलता है. जी हाँ, हम बाते कर रहे है नैतिक (Moral Stories) हिंदी कहानियो (Top 10 Moral Stories In Hindi) के बारे में जिन्हें हम अपने बचपन में अपने दादा-दादी से सुनते थे. और जो हमें सुनने में भी बहुत अच्छी लगती थी.

तो, दोस्तों आज हम आपके लिए ऐसी ही कुछ कहानिया लेकर आये है. जिनसे आपको अपने लाइफ में आगे बढ़ने के लिए कुछ न कुछ सिखने को मिलेगा. इन नैतिक कहानियो (Moral Stories) को पढने के बाद इन Top 10 Moral Stories In Hindi से क्या शिक्षा मिलती है आपको इस बात पर फोकस जरुर करना चाहिए

Top 10 Moral Stories In Hindi

1. Top 10 Moral Stories In Hindi: Don’t Change The World

एक बार की बात थी एक राजा था वह पुरे देश पर शासन करता था. एक सुबह जब राजा उठा तो राजा को दूर घुमने की इच्छा हुई. और वो दूर के क्षेत्रों में घुमने को निकल पड़ा. और जब वो शाम को वापस महल पंहुचा तो, राजा उस समय बहुत थक चूका था. और राजा के पैरो में बहुत जोरो से दर्द हो रहा था.

अगले दिन राजा ने शिकायत की कि वो जिस रास्ते से गुजरा वो रास्ता बहुत ही उबड़-खाबड़ और पथरीला था. इस कारण राजा ने अपने लोगो को पुरे देश की सड़को को चमड़े से ढकने का आदेश दिया.

निश्चित रूप से इस काम के लिए हजारो गायो की खाल की आवश्यकता होगी और बहुत ज्यादा पैसो की भी जरुरत होगी. तब राजा के एक बुद्धिमान सेवक में राजा से ये कहने का साहस किया कि वो इतना पैसे क्यों खर्च कर रहे है. सडको पर पैसा खर्च करने की जगह क्यों न राजा आप ही अपने पैरो को ढकने के लिए चमड़े का छोटा टुकड़ा काट ले.

राजा को ये सुनकर थोडा आश्चर्य हुआ लेकिन बाद में राजा ने अपने सेवक की बात मान ली.

Moral of the story

इस Moral Stories (Top 10 Moral Stories In Hindi) हमें ये सिख मिलती है कि यदि आप इस दुनिया को अच्छा बनाना चाहते है तो, आपको इस दुनिया को न बदलकर अपने आप को बदलना चाहिए.

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2. Top 10 Moral Stories In Hindi: Learn From Mistakes

वैसे हम सब ये तो जानते है ही कि Thomas Edison ही वो वैज्ञानिक है जिन्होंने बल्ब का अविष्कार किया.

थॉमस एडिसन ने प्रकाश बल्ब के लिए फिलामेंट की तलाश में 2000 अलग-अलग material की खोज की. और उसके बाद भी जब किसी ने भी संतोषजनक ढंग से काम नही किया तो, उन्ही के एक असिस्टंट ने उनसे शिकायत की कि हमारा सारा काम व्यर्थ गया और हमने कुछ नही सिखा.

तब थॉमस एडिसन ने बहुत ही confidentally जबाब दिया कि हम अभी तक बहुत ही लम्बा सफ़र तय कर चुके है और हमने बहुत कुछ सिखा है. अब हम ये जान चुके है कि ऐसे २००० material है जिन्हें हम अच्छे प्रकाश बल्ब को बनाने ने उपयोग नही कर सकते.

Moral of the story

इस Moral Stories (Top 10 Moral Stories In Hindi) से हमें दो शिक्षाये मिलती है एक तो ये कि हमें कभी-भी हार नही माननी चाहिए और दूसरी ये कि हम हमेशा गलतियों से ही सीखते है.

3. Top 10 Moral Stories In Hindi: The Monkey and The Dolphin

एक बार कुछ नाविक अपने नौकायन जहाज से लम्बी यात्रा के लिए समुंद्र से निकले. उनमे से एक नाविक ने अपने पालतू बन्दर को भी अपने साथ ले लिए.

जैसे ही वो नाविक जहाज में सवार होकर कुछ दूर चले तो उन्हें एक भयानक तूफान दिखाई दिया. लेकिन उन नाविको ने सोचा कि वो शायद बच जायेंगे. लेकिन बन्दर को यकीन था कि उनकी नौकायन पलट जाएगी लेकिन फिर भी उसने किसी से कुछ नही कहा. और वो आगे बढ़ते रहे. जैसे ही वो तूफान के पास पहुचे तो उनकी नौकायन उलट गई और सब समुंद्र में गिर गए.

बन्दर को यकीन था कि वो डूब जायेगा. लेकिन अचानक ही एक Dolphin दिखाई दी और उसने उन सब को अपनी पीठ पर उठा लिया वो सब जल्दी ही द्वीप पर आ गए. और बन्दर dolphin की पीठ पर आकार बैठ गया.

Dolphin ने बन्दर से पूछा कि क्या आप इस जगह को जानते हो? बन्दर ने कहा हा मै इस जगह को जनता हूँ. इस द्वीप पर कोई नही रहता है. इस द्वीप का राजा मेरा मित्र है और मै इस द्वीप का राजकुमार हूँ. Dolphin ने कहा ठीक है ठीक है. तो, तुम राजकुमार हो? और अब आप यहाँ के राजा बन सकते हो. बन्दर ने कहा कैसे?

जैसे ही Dolphin ने तैरना शुरू किया dolphin ने उत्तर दिया कि “यह आसान है. चुकि अब आप इस द्वीप पर एकमात्र प्राणी है तो आप स्वाभाविक रूप से राजा ही हुए”

Moral of the story

इस Moral Stories (Top 10 Moral Stories In Hindi) से हमें ये शिक्षा मिलती है कि लोग झूट बोलते है और शेखी बघारते है वो लोग अक्सर मुसीबत में पड़ सकते है.

4. Top 10 Moral Stories In Hindi: The Fox and The Stork

एक बार एक चालाक लोमड़ी ने एक सारस को अपने घर शाम के खाने के लिए आमन्त्रिक किया. शाम को सारस उड़कर लोमड़ी के घर पंहुचा और अपने लम्बी चौच से दरवाजे पर दस्तक दी. लोमड़ी में दरवाजा खोला और सारस को अन्दर बुलाकर dinner करने के लिए कहा.

खाने में चालाक लोमड़ी ने एक चौड़ी-सी प्लेट में सूप परोसा और सारस को खाने को कहा.

आज हम पढ़ रहे है – Top 10 Moral Stories In Hindi

लोमड़ी ने तो अपना सूप फटा-फट खा लिया लेकिन बेचारा सारस अपनी लम्बी चौच होने के कर सूप को सिर्फ देख ही पाया और चाहाकर भी खा नही पाया. बेचारा सारस शालीनता से मुस्कुराता रहा और भूखा ही रह गया.

लोमड़ी ने पूछा कि सारस तुम अपना सूप क्यों नही पी रहे हो? क्या तुम्हे सूप पसंद नही है? सारस ने कहा – “मुझे Dinner के लिए आमंत्रिक करना आपके लिए दयालु है.”

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कल शाम रात के खाने के लिए मेरे यहाँ शामिल हो.

अगले दिन जब लोमड़ी सारस के घर पहुची तो उसने देखा कि वहा भी सूप ही बना हुआ है. लेकिन इस बार सूप एक प्लेट में न होकर एक लम्बे से जग में परोसा गया.

इस बार सारस ने बढे ही आराम से सूप पिया लेकिन चालक लोमड़ी लम्बे जग के अन्दर नही जा सकी. और इस बार चालक लोमड़ी को भूखा रहना पड़ा.

Moral of the story

इस Moral Stories से हमें ये शिक्षा मिलती है कि कभी-कभी ज्यादा चालक बनना भी अपने पर ही उल्टा पड़ जाता है.

5. Top 10 Moral Stories In Hindi: The Thirsty Crow

Top 10 Moral Stories In Hindi

एक दिन एक प्यासा कौआ पानी की तलाश में सारा दिन इधर-उधर घूमता रहा लेकिन उसे कही पानी दिखाई नही दिया. जिस कारण वह बहुत कमजोर feel करने लगा. और अब उसने पानी मिलने की उम्मीद भी छोड़ थी.

थोड़ी दूर ओर चलने के बाद अचानक उसने अपनी निगाह नीचे की तरफ की तो उसने एक पेड़ के निचे एक मटके को रखा देखा. तो वह तुरंत नीचे उस मटके को देखने आ गया. मटके में थोडा-सा पानी था. लेकिन उस पानी तक कौआ की चौच पहुच नही पा रही थी.

कौआ ने उस मटके को धकेलने के बारे में सोचा लेकिन मटका इतना भारी था कि वह उस मटके को धकेल नही पा रहा था.

अब कौआ बहुत परेशान हुआ लेकिन उसने थोडा और सोचा और अपने इधर-उधर देखा. मटके के पास में ही बहुत सारे कंकड़ पड़े हुए थे. उन्हें देख कर कौआ बहुत खुश हुआ क्योकि अचानक ही कौआ के दिमाक में एक विचार आया.

कौआ ने बारी-बारी से एक-एक पत्थर को उठाया और उस मटके में डालना शुरू कर दिया. जैसे-जैसे अधिक से अधिक कंकड़ मटके में भरते गए वैसे-वैसे मटके में जल का स्तर भरता गया. और थोड़ी देर में मटका का पानी उपर मटके के मुह पर आ गया. और फिर कौए ने आराम से पेट भरकर पानी पिया.

Moral of the story

इस Moral Stories से हमें ये शिक्षा मिलती है कि यदि आप कठिन परिश्रम करते है तो आपको आपके परिश्रम का फल जरुर और जल्दी मिलता है.

6. Top 10 Moral Stories In Hindi: जैसी दृष्टी वैसी स्रष्टि

एक बार एक गाव में महामारी फैल गई. वहा के लोग धंधे पानी की तलाश में दुसरे गाव जाने लगे.

इस गाव का एक व्यापारी दुसरे गाव गया. और वहा के मुखिया से बोला – महाराज मै यहाँ बसना चाहता हूँ. यहाँ धंधा करना चाहता हूँ. यहाँ के लोग कैसे है. मुखिया ने पूछा जहा से आये हो वहा लोग कैसे थे? व्यापारी बोला-पूछो मत साब|राम राम| बड़े बेकार लोग थे वहा के तो. बहुत झगडालू है, बात-बात में लड़ने लगते है.

मुखिया बोला – तो यहाँ के लोग तो उससे भी ज्यादा झगडालू है. वहा के लोग सिर्फ झगड़ा ही करते है लेकिन यहाँ के लोग तो मारपीट पर उतर आते है. बात बाद में करते है पहले लात मरते है. यह सुनकर वो व्यापारी आगे दुसरे गाव को चल पड़ा.

थोड़ी देर में उसी गाव से दूसरा व्यापारी आया. उसने भी मखिया से वो ही सावाल किया जो पहले वाले ने किया था. मुखिया ने उससे भी ये ही पूछा – कि जो गाव छोड़कर आ रहे हो वो कौन-सा है.

दुसरे व्यापारी ने कहा महाराज बड़े ही भले लोग है वहा तो, उस गाव के लोग तो एक दुसरे के लिए जान देने तक को ready रहते है. बढ़ा मीठा बोलते है. यह सुनकर मुखिया जी बोले – तो तुम इस गाव में रुक सकते हो और इस गाव के लोग तो उससे भह ज्यादा मीठा बोलते है.

यह सुनकर मुखिया के चेले ने पूछा कि साबजी आपने दो लोगो से दो तरह की बात क्यों की. वो बोले सुन चेले -जो जैसा खुद होता है वो अपने जैसी दुनिया खुद बना लेता है. अच्चा बुरा कुछ नही होता है. use उसके माफिक ही लोग मिल जाते है. चोर को सारे चोर और शराबी को सारे शराबी ही नजर आते है.

अगर आपने प्रेम भाव है तो आपको प्रेमी लोग ही मिलेंगे. शक्कर वाले को शक्कर वाले और टक्कर वाले को टक्कर वाले मिल ही जाते है.

Moral of the story

इस Moral Stories से हमें ये शिक्षा मिलती है कि ये संसार ऐसी घाटी है यहाँ जैसी आवाज दोगे उसी की प्रतिधवनी सुनाई देगी.

7. Top 10 Moral Stories In Hindi: मुर्ख को सीख

एक जंगल में एक पेड़ पर गौरैया का घौसला था. एक दिन कड़ाके कि ठण्ड पड़ रही थी. ठण्ड से कापते हुए तीन-चार बंदरो ने उसी पेड़ के निचे आश्रिय लिया. एक बन्दर बोला – यदि कही से आग तापने को मिले तो शर्दी दूर हो सकती है.

अब इस पर दुसरे बन्दर ने कहा कि देखो यहाँ कितनी सुखी पत्तिया गिरी हुई है. इन्हें collect करते है और फिर उन्हें सुलगाने का उपाय सोचते है.

सभी बंदरो ने सुखी पत्तियों का ढेर बनाया और फिर गोल दायेरे में बैठकर सोचने लगे कि इन्हें कैसे सुलगाया जाये.

तभी एक बन्दर की नजर हवा में उड़ते हुए जुगनू पर पड़ी और वो उछल पड़ा. और चिल्लाने लगा कि “देखो, हवा में चिंगारी उड़ रही है. इसे पकड़कर ढेर के निचे रखकर फुक मारने से आग सुलग जाएगी.”

“हाँ हाँ|” कहते हुए बाकि बन्दर भी उधर दौड़ने लगे. पेड़ पर बैठी गौरैया ये सब देख रही थी. और अब उससे चुप नही रहा गया और वो बोली कि – “बन्दर भाइयो ये चिंगारी नही जुगनू है.”

यह सुनकर एक बन्दर क्रोध से गौरैया को देखकर गुर्राया. “मुर्ख चिड़िया चुप-चाप घोसले के अन्दर ही बैठी रह. हमें सिखाने चली है.”

इसी बीच एक बन्दर उछलकर जुगनू को अपनी हथेली के बीच कैद करने में सफल हो गया. जुगनू को ढेर के नीचे रख दिया गया और फिर सारे बन्दर मुह कि हवा से फुक मारने लगे.

गौरैया ने सलाह दी कि |”भाइयो आप लोग गलती कर रहे हो. जुगनू से आग नही सुलगेगी. दो पत्थर को टकराकर उससे चिंगारी पैदा करके आग सुलगाइए”

इस पर बंदरो ने गौरैया को घुरा. आग नही सुलगी तो, गौरैया फिर बोल उठी – “भाइयो| आप मेरी सलाह मानिये.कम से कम दो सुखी लकडियो को आपस में रगड़कर देखिये.”

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सारे बन्दर आग न सुलगा पाने के कारण खींजे हुए थे. एक बन्दर क्रोध से भरकर आगे बढ़ा. और उसने गौरैया पकड़कर जोर से पेड़ के तने पर मारा. गौरैया फडफडाती हुई नीचे गिरी और मर गई.

Moral of the story

इस Moral Stories से हमें ये शिक्षा मिलती है कि कभी भी मुर्ख को समझाने से कोई फायेदा नही होता है.

8. Top 10 Moral Stories In Hindi: मुर्ख कौआ

एक पेड़ पर एक कौआ रहता था. उस कौआ को अपने काले पंख बिलकुल भी पसंद नही थे. जब कभी-भी वो दुसरे पक्षी या मोर को देखता तो वह उनके पंख को देखकर बहुत खुश होता और कहता कि काश ऐसे पंख मेरे भी होते.

एक दिन सुबह कौआ ने मोर के पंख को अपने इधर-उधर बिखरे देखा. वह उन्हें देखकर बहुत खुश हुआ. उसने उन पंखो को उठा लिया और अपने उपर लगा लिया. और फिर वहा से उठकर मोरो के झुण्ड में में बैठ गया.

जब वहा बैठे मोरो ने उसे देखा तो, वो उसे देखकर हसने लगे. और हसते हुए बोलने लगे कि देखो ये कौआ मोर बनना चाहता है. चलो इसे सबक सिखाते है.

इतना कहते ही उन मोरो ने उस कौए के सारे पंख नोच लिए और उसे वहा से भगा दिया. वहा से भागकर कौआ अपने पुराने मित्र के पास पहुंचा लेकिन अब उसके मित्रो ने भी उसे भगा दिए कि हमें तुम्हारी दोस्ती नही चाहिए.

Moral of the story

इस Moral Stories हमें ये शिक्षा मिलती है कि हमें अपने-आप को हमेसा स्वीकारना चाहिए चाहे हमें उपर वाले ने कैसा भी बनाया हो. अथार्त हमें हमेसा अपनी कमियों को स्वीकार कर अपने गुणों को पहचानना चाहिए.

9. Top 10 Moral Stories In Hindi: अंगूर खट्टे है

बच्चो के लिए लोमड़ी की कहानी “अंगूर खट्टे है” एक नैतिक सिख के साथ-साथ एक रोचक कहानी भी है. और इस कहानी को बच्चे सुनना और पढना बहुत पसंद करते है.

एक दिन एक लोमड़ी जंगल में दोपहर में अकेले घूम रही थी. उसे घूमते-घूमते रास्ते में एक पेड़ से लिपटी हुई बेल पर अंगूर नजर आये. अंगूर को देखकर लोमड़ी के मुह में पानी आ गया. और वह उसे खाने के लिए अंगूर की तरफ चल पड़ी.

पेड़ के पास जाकर लोमड़ी ने देखा कि अंगूर काफी उचाई पर है. और वह उछलने के बाद भी अंगूरों तक नही पहुच प्ले रही थी.

लोमड़ी ने अंगूर को खाने के लिए कई बार छलांग लगाई लेकिन लोमड़ी अंगूरों तक पहुच नही पायी. काफी समय तक लोमड़ी ने प्रयास किया लेकिन जब लोमड़ी के हाथो अंगूर नही लग पाए तो लोमड़ी ने ये कहकर अपने मन को बहलाया कि “अंगूर खट्टे है.”

और ये कहकर लोमड़ी हार-थक कर अपने घर वापस चल पड़ी.

Moral of the story

इस Moral Stories से हमें ये शिक्षा मिलती है कि यदि हम किसी चीज को पाना चाहते है तो हमें अपने पुरे जोर से उस चीज को पाने का पर्यत्न करना चाहिए. न कि उस चीज़ को न पा सकने के बहाने बनाये.

10. Top 10 Moral Stories In Hindi: दो माली

एक गाव में दो पडोसी थे. और दोनों माली थे. दोनों के पास अपने-अपने बाग थे. और दोनों ही अपने-अपने बाग में तरह-तरह के फूलो के पौधे उगाते थे.यह बाग ही उनकी जीविका का साधन भी था.

दोनों पड़ोसियों में से एक पडोसी बहुत सख्त और दूसरा रिलैक्स पड़ोसिन था. सख्त पडोसी अपने पेड़-पौधों की जरुरत से ज्यादा देखभाल करता. उसका मानना था कि यदि पेड़ो की ठीक से देखभाल न की जाये तो पेड़ नष्ट हो सकते है.

लेकिन दूसरा पडोसी (रिलैक्स पडोसी) पौधों को प्राकर्तिक रूप से विकसित होने देने पर ज्यादा विश्वास करता था. वह पौधों की उतनी ही देख-रेख करता जितनी जरुरी होती. और पौधों को उनकी मर्जी कि दिशा में बढ़ने देता. इससे वे स्वाभाविक रूप से विकसित होते है.

एक दिन बहुत भयानक तूफान आया. और बहुत ही तेज बारिश भी हुई. इस तूफान और बारिश ने काफी पेड़-पौधों को नष्ट कर दिया.

अगली सुबह जब सख्त पडोसी ने उठकर अपने पौधों को देखा तो उसने पाया कि उसके सारे पौधे उखड चुके है और बर्बाद हो चुके है.

लेकिन जब रिलैक्स पडोसी ने उठकर अपने पौधों को देखा तो उसने पाया कि उसके पौधे मिटटी में अभी भी मजबूती के साथ खड़े हुए है.

रिलैक्स पडोसी ने अपने पौधों को प्रकर्ति के अनुसार ढलने दिया और उनका विकास होने दिया, इस कारण पौधों ने अपनी गहरी जड़े उगाई और मिटटी में अपने लिए जगह बनाई. इस कारण रिलैक्स पडोसी के पेड़ मजबूती के साथ तूफान से सामने खड़े रहे. लेकिन सख्त पडोसी ने अपने पौधों का जरूरत से ज्यादा ध्यान रखा जिस कारण उसके पेड़ ये भूल गये कि मुसीबत का सामना कैसे किया जाता है.

Moral of the story

इस कहानी (Top 10 Moral Stories In Hindi) से हमें ये शिक्षा मिलती है कि आपकी परवरिश चाहते कैसी भी हो. लेकिन मुसीबत के समय आपको अकेले ही उस मुसीबत का सामना करना है और उससे लड़कर जितना भी है. अथार्त जब तक माता-पिता अत्यधिक सख्त होना बंद नही करते है तब तक कोई अपने समझ के अनुरूप काम करना नही सिख पाता.

Top 10 Moral Stories In Hindi For Kids

1. Moral Stories In Hindi : प्रकृति के तीन कडवे नियम

प्रकृति का पहला नियम:

यदि खेत में किसी भी तरह के बीज नही डाले जाये, तो कुदरत उसे घास-फूस से भर देती है. ठीक उसी तरह यदि दीमाग में positive thought न भरे जाये, तो, negative thought अपनी जगह बना ही लेते है.

प्रकृति का दूसरा नियम:

जिसके पास जो होता है और जैसा भी होता है वो वैसा ही बाटता है. जैसे : –

सुखी सुख बाटता है.

दुखी दुःख बाटता है.

चोर चोरी बाटता है.

भयभीत भय बाटता है.

ज्ञानी ज्ञान बाटता है.

प्रकृति का तीसरा नियम:

आपको जीवन में जो भी मिले, उसे पचाना सीखो क्योकि : –

भोजन न पचने पर, रोग बढ़ता है.

पैसा न पचने पर, दिखावा बढ़ता है.

प्रशंसा न पचने पर, अहंकार बढ़ता है.

बात न पचने पर, चुगली बढती है.

निंदा न पचने पर, दुश्मनी बढती है.

दुःख न पचने पर, निराशा बढती है.

सुख न पचने पर, पाप बढ़ता है.

2. Moral Stories In Hindi : दोस्ती कछुआ और लोमड़ी की

एक समय पहले की बात थी कछुआ और लोमड़ी में बहुत अच्छी दोस्ती थी. दोनों में से किसी भी एक पर यदि कैसी भी प्रॉब्लम आती तो, दूसरा हमेसा उसकी मदद के लिए तैयार रहता था.

कछुआ एक तालाब में रहता था. और लोमड़ी तालाब के पास ही एक झोपडी में रहती थी. जब कभी-भी दोनों free होते तो, खाली समय में एक-दुसरे के पास जाकर बैठते और अपना सुख-दुःख बाटते थे.

एक दिन दोनों, कछुआ और लोमड़ी तालाब के किनारे बैठकर आपस में हसी मजाक कर रहे थे तभी वहा एक तेंदुआ आ गया. तेंदुए को देख दोनों अपनी-अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे.

लोमड़ी फुर्ती के साथ दौड़कर अपने अपनी झोपडी में छिप गई. लेकिन कछुआ अपनी चाल से दौड़ रहा था. कछुए के तालाब तक पहुचने पहले ही तेंदुए ने उसे पकड़ लिया. और उसके भाहरी कवच पर जोर-जोर से प्रहार करने लगा.

लोमड़ी ये सारा incident सीट पर बैठे-बैठे देख रही थी. और वह किसी भी तरह अपने मित्र कि जान बचाने के लिए कुछ करना चाहती थी.

लोमड़ी के चालक दीमक में एक thought आया. वह तेंदुए से बोली : –

कि तेदुए भाई| इस कछुए का खोल बहुत मजबूत है. वह इस तरह नही टूटेगा . आप इसे तालाब के पानी में डाल दो पानी में इसका खोल गल जायेगा. और फिर आप इसे आराम से खा सकते है.

तेदुए लोमड़ी की बातो में आ गया और फिर उसने कछुए को पानी में डाल दिया.

और कछुए के पानी में डालने के पश्चात वह पानी में निचे की तरफ जाकर छिप गया.

इस प्रकार लोमड़ी की चालाकी ने उसके दोस्त की मदद की और उसकी जान भी बचायी.

Moral of the story

इस कहानी (Top 10 Moral Stories In Hindi) से हमें ये शिक्षा मिलती है कि आप एक समझदार दोस्त की सहायता से जीवन के बड़े – से – बड़े दुःख को भी दूर किया जा सकता है :-

3. Moral Stories In Hindi : समस्याओ से कैसे लड़े?

शादी के बाद जब बेटी घर लौटी तो, वह अपने पिता से शिकायत करने लगी. और कहने लगे कि वह जीवन के इस संघर्ष को सहन नही कर पाएगी. पिता अपनी बेटी की सारी बाते चुप-चाप शांत भाव से सुन रहे थे.

पिता पेशे से रसोइये थे और वे थोड़ी देर में अपनी बेटी को रसोई ले आये. और पानी से भरे हुए तीन बर्तनों को तेज आंच पर रख दिया. और जब पानी उबलने लगा तो, उसने एक बर्तन में आलू, दुसरे में अंडे और तीसरे में कॉफी बीन्स डाल दिए.

अभी भी पिता बिने कुछ कहे अपनी बेटी को सुन रहे थे. ये सब देखकर बेटी समझ नही पा रही थी कि पिता आखिर कर क्या रहे है और उसकी बाते क्यों नही सुन रहे है. बेटी अपनी शिकायत सुना रही है और पिता चुप-चाप सुन रहे है.

थोड़ी देर बाद, लगभग 20 मिनट बाद, पिता ने बर्नर off कर दिया और आलू, अंडे, कॉफ़ी आदि को बाहर निकाला और एक कप में रख दिया.

अब पिता ने अपनी नाराज बेटी से पूछा – कि तुम्हे क्या दिखाई दे रहा है.

आज हम पढ़ रहे है : Top 10 Moral Stories In Hindi|

बेटी ने तुरंत और attitude के साथ बोला आलू, अंडे, कॉफी और क्या?

ये सब सुनकर पिता ने अपनी बेटी को समझया कि आलू जो पहले इतना सख्त दिखाई दे रहा था उबलते पानी में वह कितना कमजोर दिखाई दे रहा है.

अंडा जब तक संभव था बाहरी आवरण से भीतरी भाग की रक्षा करता रहा. और तब तक वहा अन्दर से भी सख्त हो गया.

और यदि कॉफी को देखो तो उसने तो उबलते हुए पानी को ही बदल दिया.

पिता बोले : –

मान लो, तुम्हारी समस्याए उबलता पानी है. अब तुम्हे तय करना है है कि : –

तुम्हारे व्यवहार कैसा होगा – आलू जैसा या फिर कॉफ़ी जैसा.

Moral of the story

कैसी भी समस्याओं क्यों न हो ये आप पर depend करता है कि आप समस्याओ के प्रति कैसी प्रतिक्रिया देते है.

4. Moral Stories In Hindi : साहस की ताकत?

एक दिन एक सेवक फूलदानो की सफाई कर रहा था. काम करते-करते अचानक उसका हाथ फूलदान से लग गया. और वह फूलदान नीचे गिरकर टूट गया.

जब राजा को इस बात का पता चला तो, राजा ने न तो अब देखा और न ही तब, बस, राजा ने उस सेवक को फासी पर लटकाने का आदेश दे दिया.

उस राज्य में एक बुढा व्यक्ति हुआ करता था. जब उसे इस बात का पता चला तो वह सीधे राजा के कमरे में पहुच गया. और उसने उन फूलदान को जोड़ने की बात कही. जब वह फूलदान रखे हुए स्थान पर पहुचा तो, जैसे ही बूढ़े व्यक्ति ने देखा कि सारे फूलदान उसकी नजरो के सामने है. उसने तुरंत उन सभी को लाठी से एक-एक करके तोडना शुरू कर दिया.

और देखते-ही-देखते सारे फूलदान टूट गये. जब राजा को इस बात का मालूम चला तो, वह बहुत क्रोधित हुआ. और बोला कि : –

अरे मुर्ख! तुमने यह क्या कर दिया

इसकी सजा जानते हुए भी तुमने सारे फूलदान तोड़ दिए, तुम्हे भी मृत्युदंड दिया जाएगा.

इस पर बूढ़े व्यक्ति ने जबाब दिया एक फूल दानी के पीछे आप किसी को मृत्युदंड दे देते है. यदि हर फूलदानी के बदले एक व्यक्ति को मृत्युदंड देंगे तो भविष्य में 29 लोगो की जान जाने कि संभावना थी क्योकि हर फूलदानी के पीछे एक व्यक्ति की जान जा सकती थी. इसलिए मैंने इन्सान होने का फर्ज निभाया है और आज मैंने 29 लोगो की जान बचायी है. अब आप शौक से मुझे फासी दे सकते है. मुझे किसी भी तरह का दुःख नही होगा.

बूढ़े व्यक्ति के साहस ने राजा की आँखे खोल दी. और राजा को अपनी गलती का एहसाह हो गया. उसने उस बूढ़े व्यक्ति व सेवक को माफ़ कर दिया तथा उनसे क्षमा भी मांगी.

Moral of the story (Top 10 Moral Stories In Hindi)

जब हम साहस और निर्भीकता के साथ अपनी बात पर डटकर खड़े रहते है. तो, हम हर एक बुराई का अंत कर सकते है. और इसके लिए व्यक्ति में साहस होना बहुत जरुरी है.

हमेशा ध्यान रखे कुछ भी गलत होते देगे तो, चुप न बैठे, अपनी आवाज जरुर उठाये. साहस और चरित्र का मेल ही कामयाबी दिलाता है.

5. Top 10 Moral Stories In Hindi: तीन भाई|

एक गाँव में तीन भाई रहते थे और तीनो भाई किसान थे. तीनो भाइ धान की खेती किया करते थे. उनमे से एक भाई ने शहर में दुकान खोली हुई थी. जहा वे अपना सारा धान लाकर शहर के लोगो को बेचा करते थे. उनके चावल काफी लोकप्रिय भी थे जिस कारण ग्राहक भी उनसे अलग किसी से भी चावल नही लिया करते थे.

एक बार उनके गाँव में बाढ़ आ गई और अधिकतर किसानो की फसल बह गयी लेकिन सौभाग्य से उन तीनो भाइयो की फसल बच गयी. ये देख उन तीनो भाइयो के मन में लालच आ गया और उन्होंने थोडा-सा चावल रोककर, सारा चावल गोदामों में भरवा दिया. और फिर शहर में आकर कम फसल का बहाना बनाकर उन्होंने high rate में चावल बेचना शुरू कर दिया.

अब, यह देख उनके जो, गरीब ग्राहक थे उन्होंने दूसरी दुकानों पर जाना शुरू कर दिया. ये देख एक भाई ने दुसरे भाई से कहा कि ऐसे तो हमारा बहुत नुकसान हो जायेगा. अब तक दुसरे भाई को भी समझ में आ गया था कि ऐसे तो उनका ही नुकसान होगा. फिर उनमे से एक भाई ने कहा कि हम गोदाम से चावल निकालकर यहाँ ले आते है.

लेकिन जब उन्होंने गोदाम खोला तो पाया कि चूहों ने उनके बहुत सारे बोरों को काट दिया था. और पुरे गोदाम में चूहे इधर-उधर घूम रहे थे.

ये सब देखकर उन्होंने सबसे पहले ईश्वर को धन्यवाद दिया कि उन्हें समय रहते अक्ल आ गयी और उनका बहुत ज्यादा नुकसान नही हुआ.

Moral of the story (Top 10 Moral Stories In Hindi)

ज्यादा लालच हमेशा नुकसानदायक ही होता है. इसलिए कभी भी लालच नही करे.

Conclusion About Top 10 Moral Stories In Hindi 

नमस्कार दोस्तो,

हमें उम्मीद है कि आपको नैतिक कहानिया (Top 10 Moral Stories In Hindi) पढ़कर काफी मजा आया होंगा. ये Moral Stories न केवल छोटे बच्चो को अच्छी लगती है बल्कि बड़े लोगो को भी इन्हें पढने में मजा आता और और कुछ न कुछ हर स्टोरी (Moral Stories) से सिखने को मिलता है.

Moral Stories की सबसे खास बात ये भी होती है कि ये हमें हमारे बचपन की याद दिलाती है.

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